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up – Chhattisgarh Tehelka https://cgtehelka.in News jo tahelka Macha de Mon, 22 Oct 2018 08:37:19 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 बेटे के हत्या के आरोप में यूपी विधानसभा परिषद् के सभापति की पत्नी गिरफ्तार https://cgtehelka.in/2018/10/22/%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%aa-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%af/ https://cgtehelka.in/2018/10/22/%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%aa-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%af/#respond Mon, 22 Oct 2018 08:37:19 +0000 http://chhattisgarhtimes.in/?p=1735 विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के छोटे बेटे अभिजीत यादव उर्फ विवेक (22) की हत्या उसकी मां मीरा यादव ने की थी। रविवार देर रात पूछताछ में मीरा ने अपना जुर्म कुबूल भी कर लिया है। एएसपी पूर्वी सर्वेश मिश्र के मुताबिक मीरा ने बताया कि अभिजीत नशे का लती था। वह अक्सर शराब पीकर घर आता और हंगामा करता था। शनिवार को अभिजीत ने उससे शराब के लिए रुपये मांगे थे। रुपये न देने पर उसका बेटे से विवाद हुआ था। इस दौरान अभिजीत ने गाली-गलौज करते हुए उसे अपशब्द भी कहे थे। इस दौरान हुई हाथापाई में उसने अभिजीत का गला घोंट दिया।
दारुल शफा के बी-ब्लॉक के फ्लैट नंबर- 137 में विधान परिषद के सभापति एटा निवासी रमेश यादव की दूसरी पत्नी मीरा यादव अपने बेटे अभिषेक यादव और अभिजीत यादव उर्फ विवेक के साथ रहती थी। मीरा यादव ने पुलिस को सूचना दी थी कि शनिवार रात अभिजीत अपने कुछ दोस्तों के साथ बाहर गया हुआ था। देर रात वह घर लौटा और अपने कमरे में जाकर लेट गया। रविवार सुबह वह कमरे में मृत मिला। मीरा काफी देर तक रट लगाये रही थी कि बेटे की स्वभाविक मौत हुई है। उसके सीने में दर्द उठा था। इसके बाद ही उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस भी पहले उसके बयान के झांसे में आ गई थी और शव को बिना पोस्टमार्टम के ही देने के लिए राजी हो गई थी। पर, बाद में पुलिस ने अभिजीत का पोस्टमार्टम कराया तो उसकी गला घोंट कर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई।
पुलिस अधिकारी यह भी पता कर रहे हैं कि कहीं आरोपी मीरा किसी करीबी को बचाने के लिए तो हत्या का जुर्म अपने सिर नहीं ले रही है। इस सम्ब्न्ध में भी जांच की जा रही है।

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यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी का निधन https://cgtehelka.in/2018/10/18/%e0%a4%af%e0%a5%82%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%8d/ https://cgtehelka.in/2018/10/18/%e0%a4%af%e0%a5%82%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%8d/#respond Thu, 18 Oct 2018 13:17:09 +0000 http://chhattisgarhtimes.in/?p=1522 यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी का निधन हो गया है. पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत खराब थी. पिछले दिनों उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती भी किया गया था जहां पर आज उन्होंने अंतिम सांस ली, आज उनका जन्मदिन भी था |
एनडी तिवारी का सियासी सफर
बता दें कि एनडी तिवारी पहली बार 1952 में विधायक बने. एनडी तिवारी पहली बार 1976 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. 5 बार विधायक रहे तो तीन बार यूपी के सीएम की कुर्सी पर कब्जा किया. 1980 में तिवारी पहली बार लोकसभा पहुंचे और इंदिरा गांधी ने उन्हें योजना मंत्री बनाया बाद में एनडी तिवारी ने वित्त, विदेश जैसे कई बड़े मंत्रालय संभाले राजीव गांधी की मौत के बाद प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थे लेकिन वो चुनाव हार गए |
यूपी-उत्तराखंड के रहे सीएम
एनडी तिवारी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हैं. बतौर यूपी सीएम उन्होंने साल 1976-77, 1984-85 और 1988-89 तक तीन बार गद्दी संभाली. इसके बाद 2002 से 2007 तक उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर पांच साल का कार्यकाल पूरा किया.एनडी तिवारी केंद्र सरकार में भी मंत्री रहे हैं. साल 1986-87 तक वो राजीव गांधी कैबिनेट में विदेश मंत्री रहे. साथ ही साल 2007 से 2009 तक वो आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे |

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