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iran – Chhattisgarh Tehelka https://cgtehelka.in News jo tahelka Macha de Fri, 12 Oct 2018 07:56:39 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 ईरान से तेल खरीदने पर भारत को अमेरिका ने दी धमकी , कहा देख लेंगे https://cgtehelka.in/2018/10/12/%e0%a4%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%b2-%e0%a4%96%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4/ https://cgtehelka.in/2018/10/12/%e0%a4%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%b2-%e0%a4%96%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4/#respond Fri, 12 Oct 2018 07:56:39 +0000 http://chhattisgarhtimes.in/?p=1245 वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत उन सभी देशों को चेताया है जो देश चार नवंबर से ईरान से तेल खरीदना बिलकुल बंद करने की उसकी चेतावनी को नजरअंदाज करेंगे, उसे वह देख लेगा। अमेरिका ने ईरान के खिलाफ चार नवंबर से शुरू हो रहे प्रतिबंधों को नहीं मानने वाले देशों को चेतावनी दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐसे देशों को दो टूक कहा कि अगर प्रतिबंध लागू होने के दिन तक कोई देश ईरान से तेल आयात को शून्य नहीं करेगा तो वॉशिंगटन ऐसे देशों को “देख लेगा”।
भारत ने दो दिन पहले घोषणा की थी कि उसकी दो कंपनियों ने ईरान से तेल आयात का ऑर्डर लिया है।ट्रंप ने इस साल मई में ईरान से अमेरिका के परमाणु संबंध तोड़ने की घोषणा की थी। दोनों देशों के बीच 2015 में परमाणु समझौता हुआ था। ट्रंप से जब भारत और चीन द्वारा ईरान से तेल खरीदने पर सवाल पूछा गया तब ट्रंप ने कहा, “हम उनको देख लेंगे।”
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा था कि देश की दो तेल रिफाइनरी ने नवंबर में ईरान से तेल आयात का ऑर्डर लिया है। प्रधान ने कहा था कि भारत की अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरी करने के लिए ऐसा करना पड़ा है। ट्रंप ने ईरान के साथ समझौता खत्म करने की घोषणा करने के वक्त कहा था कि यह डील अपने मूल उद्देश्य, ईरान को परमाणु बम हासिल करने से रोकने में सफल नहीं हो पाया था।
ट्रंप ने तब कहा था कि इस समझौते ने ईरान को बैलिस्टिक मिसाइल बनाने से भी नहीं रोक पाया था।ईरान को नया समझौता मानने को बाध्य करने के लिए ट्रंप ने ईरान पर कई और प्रतिबंध लागू कर दिए थे। इन प्रतिबंधों के कारण अमेरिकी डॉलर में ईरान सरकार की खरीदारी, गोल्ड में ईरान द्वारा किए जाना वाला ट्रेड और इसके ऑटोमोटिव सेक्टर पर असर पड़ा।
चार नवंबर को ईरान पर अमेरिका का दूसरे कड़े प्रतिबंध लागू होंगे। इससे ईरान के तेल सेक्टर और शिपिंग सेक्टर तथा उसके सेंट्रल बैंक को काफी नुकसान होगा। अमेरिका ने ईरान से तेल खरीदने वाले देशों को चार नवंबर तक आयात जीरो करने को कहा था।

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ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण भारत को अतिरिक्त तेल आपूर्ति करेगा सऊदी अरब https://cgtehelka.in/2018/10/10/%e0%a4%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7/ https://cgtehelka.in/2018/10/10/%e0%a4%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7/#respond Wed, 10 Oct 2018 20:43:42 +0000 http://chhattisgarhtimes.in/?p=1080 सिंगापुर। ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध को देखते हुए सऊदी अरब भारत को अतिरिक्त कच्चा तेल मुहैया कराएगा। ईरान पर चार नवंबर से अमेरिकी प्रतिबंध प्रभावी होंगे। इसके बाद ईरान से तेल खरीदने वाली कंपनियों व देशों के खिलाफ अमेरिका आर्थिक प्रतिबंध जैसे कदम उठा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि दुनिया का सबसे बड़ा पेट्रोलियम निर्यातक देश सऊदी अरब भारतीय कंपनियों को 40 लाख बैरल कच्चे तेल की अतिरिक्त आपूर्ति करेगा। यह आपूर्ति चार भारतीय रिफाइनरियों को की जाएगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और मंगलौर रिफाइनरी पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड इनमें शामिल हैं। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि इनमें से किसी कंपनी की ओर से नहीं हुई है। अभी सऊदी अरब से भारत हर महीने औसतन 2.5 करोड़ बैरल कच्चा तेल आयात करता है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है।
भारतीय कंपनियां कच्चे तेल के बड़े हिस्से के लिए ईरान पर निर्भर हैं। ऐसे में अमेरिकी प्रतिबंध के बाद कच्चे तेल की जरूरत पूरी करने के लिए उन्हें अन्य विकल्प तलाशने होंगे। हालांकि हाल ही में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट किया था कि अमेरिकी प्रतिबंध प्रभावी होने के बाद भी ईरान से तेल आपूर्ति जारी रखी जाएगी।
दो सरकारी कंपनियों ने नवंबर के लिए तकरीबन 90 लाख बैरल तेल खरीद का सौदा ईरान से किया है। इनमें इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन भी शामिल है। प्रधान ने कहा था, ‘हमने ईरान से तेल खरीदने का अपना विकल्प जारी रखा है। नवंबर के लिए भी भारत की दो तेल कंपनियों ने ईरान से तेल खरीदने का समझौता किया है। हमें नहीं पता कि अमेरिका इस सौदे पर प्रतिबंध से छूट देगा या नहीं।’
ईरान के साथ भारतीय रुपये में भुगतान को लेकर भी बातचीत चल रही है। इस बीच अमेरिकी प्रशासन ने कुछ देशों को प्रतिबंध से सशर्त छूट देने की बात भी कही है।

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