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News jo tahelka Macha deWed, 21 Nov 2018 05:21:06 +0000en-US
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1 https://wordpress.org/?v=6.7.2अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका 118 अरब की सहायता रोकी
https://cgtehelka.in/2018/11/21/%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%a6/
Wed, 21 Nov 2018 05:21:06 +0000https://chhattisgarhtimes.in/?p=3520वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस साल की शुरूआत में मिले निर्देशों के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 1ण्66 अरब डॉलर ;118 अरब रुपएद्ध की सुरक्षा सहायता रोक दी है।
पहले से ही आर्थिक संकट झेल रहा पाकिस्तान अमेरिका के इस कदम से बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल रॉब मैनिंग ने मंगलवार को ईमेल के जरिए भेजे गए सवालों के जवाब में कहा कि पाकिस्तान को दी जाने वाली 1ण्66 अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता रोक दी गई है। इस संबंध में और कोई जानकारी नहीं दी गई।
ओबामा प्रशासन में अफगानिस्तानए पाकिस्तान और मध्य एशिया के लिए उप सहायक रक्षा मंत्री के रूप में काम कर चुके डेविड सिडनी का कहना है कि पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता को इस वर्ष जनवरी से रोका जाना अमेरिका की हताशा का संकेत है।
उन्होंने कहा कि लेकिन अभी तक पाकिस्तान ने अमेरिका की मुख्य चिंताओं के निराकरण के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। मुख्य चिंता यह है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसियों के खिलाफ हिंसा का प्रयोग करने वाले समूहों को बर्दाश्त करता है और उन्हें अक्सर बढ़ावा देता है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान के नेताओं ने सहयोग का वादा किया थाए लेकिन बातों से अलग कोई गंभीर सहयोग नहीं किया हैए इसलिए राष्ट्रपति ट्रंप और ज्यादातर अमेरिकी निराश हैं।
]]>हैक हुए पाकिस्तान के सभी बैंक, सामने आया सबसे बड़ा साइबर अटैक
https://cgtehelka.in/2018/11/07/%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%95-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%ac/
Wed, 07 Nov 2018 04:03:57 +0000https://chhattisgarhtimes.in/?p=2806पाकिस्तान के सभी बैंक हैकर्स के निशाने पर आ गए हैं। डॉन अखबार के मुताबिक, फेडरल इनवेस्टीगेशन एजेंसी के साइबर क्राइम प्रमुख ने यह जानकारी दी है कि पाकिस्तान के लगभग सभी बैंकों को हैक कर लिया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिक्योरिटी के तहत हैकर्स ने बैंकों को निशाना बनाया है, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्राहकों के करोड़ों रुपयों पर हैकर्स ने अपना हाथ साफ कर दिया है। वहीं जांच एजेंसियां अब इस मामले को सुलझाने में लगीं हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह साइबर हमला सीमा पार से हो सकता है। हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि बैंकों से कुल कितनी रकम हैकर्स ने उड़ाई है।
इस मामले के सामने आने के बाद एफआईए के साइबर क्राइम प्रमुख कैप्टन शोएब ने पाकिस्तान की हालिया सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, हाल ही में हुए हमले से साफ है कि बैंकों की सुरक्षा को पुख्ता किए जाने की जरूरत है।
शोएब ने कहा कि अगर बैंकों में सुरक्षा व्यवस्था कमजोर है तो बैंक भी इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए करीब 100 मामलों की एजेंसी द्वारा जांच की जा रही है। अब हम बैंकों के लिए सुरक्षात्मक रवैया अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, एजेंसी से साइबरक्राइम से जुड़े कई गैंग को गिरफ्तार किया गया है और उनसे चुराई गई रकम बरामद की गई है।
शोएब ने बताया कि एक गैंग को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था, जिसके सदस्य खुद को आर्मी अधिकारी बताते थे और बाद में ग्राहकों के पैसे बैंक से उड़ा लेते थे।
]]>सऊदी के बाद कर्ज लेने चीन जाएंगे इमरान खान
https://cgtehelka.in/2018/10/26/%e0%a4%b8%e0%a4%8a%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c-%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%9c/
Fri, 26 Oct 2018 06:38:00 +0000http://chhattisgarhtimes.in/?p=1992इस्लामाबाद। आर्थिक संकट से उबरने में सऊदी अरब से सहारा मिलने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नया कर्ज लेने के लिए चीन जाएंगे। इमरान ने हाल में सऊदी अरब का दौरा किया था और इस खाड़ी देश ने पाकिस्तान को छह अरब डॉलर (करीब 44 हजार करोड़ रुपये) की आर्थिक मदद देने की बात कही थी।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि इमरान खान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल दो से पांच नवंबर तक चीन के दौरे पर रहेगा। इमरान के साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी होंगे। इस दौरान दोनों देशों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे।
इमरान राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली कछयांग समेत चीन के कई नेताओं से मुलाकात करेंगे। पाकिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि सऊदी अरब से मिला राहत पैकेज पर्याप्त नहीं है। पाकिस्तान को और आर्थिक मदद की जरूरत है।
आर्थिक संकट को टालने के लिए अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) से बेलआउट मांगने की भी योजना है। इमरान ने बुधवार को कहा था कि और कर्ज पाने के लिए दो मित्र देशों के साथ बातचीत चल रही है। विश्लेषकों ने कहा कि इन देशों में एक चीन है। पाकिस्तान का चीन सदाबहार सहयोगी है।
सऊदी की मदद से कम हुआ दबाव
प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि सऊदी अरब से छह अरब डॉलर का आर्थिक मदद पैकेज मिलने से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट से जूझ रहे पाकिस्तान पर से कुछ दबाव कम हुआ है।
]]>पाकिस्तान : पीएम इमरान खान परेशान, अधिकारी करने नहीं दे रहे काम
https://cgtehelka.in/2018/10/21/%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%8f%e0%a4%ae-%e0%a4%87%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%a8/
https://cgtehelka.in/2018/10/21/%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%8f%e0%a4%ae-%e0%a4%87%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%a8/#respondSun, 21 Oct 2018 10:55:27 +0000http://chhattisgarhtimes.in/?p=1697इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रशासनिक स्तर पर सरकार के काम में बाधा उत्पन्न करने के लिए राजनीतिक नौकरशाही और पुलिस विभाग की कड़ी आलोचना की है।
इमरान खान ने इस्लामाबाद में शनिवार को कुछ चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि कुछ लोग प्रशासनिक स्तर पर सरकार के काम में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं, ये वही लोग हैं जिनकी पिछली सरकार में नियुक्ति की गई थी।
खान ने कहा, ‘मैं 22 वर्षों के कड़े संघर्ष के बाद सत्ता में आया हूं, इसलिए इस तरह के मामलों से निपटने के लिए मेरे पास आवश्यक धैर्य है।’
राष्ट्रीय ऋण के मुद्दे पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने विदेशी कर्ज 36 खरब रुपये पहुंचा दिया था। यदि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की नयी सरकार अगले दो माह के अंदर कर्ज नहीं लेती है तो देश भयंकर रूप से दिवालिया हो जाएगा।
खान ने कहा, ‘तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जाने पर वास्तविक मुद्दा ऋण को लेकर कुछ नियमों का है। हम कुछ अन्य स्रोतों के माध्यम से भी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें सऊदी अरब और चीन से अच्छे संदेश मिल रहे हैं। वित्तीय सहायता के लिए दोनों देशों से पहले ही संपर्क किया जा चुका है।’
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह एक स्वतंत्र संस्थान है और उनकी सरकार से इसका कोई सीधा संबंध नहीं रहा है।
]]>https://cgtehelka.in/2018/10/21/%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%8f%e0%a4%ae-%e0%a4%87%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%a8/feed/0