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australia – Chhattisgarh Tehelka https://cgtehelka.in News jo tahelka Macha de Tue, 18 Dec 2018 07:34:34 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 पर्थ टेस्ट में 146 रन से हारा भारत, आस्ट्रेलिया ने की 1-1 से बराबरी https://cgtehelka.in/2018/12/18/india-lose-by-146-runs-in-perth-test-australia-draw-1-1/ Tue, 18 Dec 2018 07:34:34 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=4859 बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण भारत को यहां पर्थ स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें और आखिरी दिन मंगलवार को मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथों 146 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया की इस वर्ष मार्च में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर डरबन में मिली 118 रन की जीत के बाद से टेस्ट में यह पहली जीत है। वहीं, बतौर कप्तान टिम पेन की यह पहली जीत है। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 से बराबरी हासिल कर ली है। भारत ने पहला टेस्ट 31 रन से जीता था।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 326 रन बनाए थे, जबकि भारत पहली पारी में 283 रन पर ऑलआउट हो गया था। इस तरह ऑस्ट्रेलिया के पास पहली पारी के आधार पर 43 रन की बढ़त थी।
मेजबान टीम ने दूसरी पारी में 243 रनों का स्कोर और बनाया और भारत के सामने जीत के लिए कुल 287 रनों का लक्ष्य रखा।
ऑस्ट्रेलिया द्वारा रखे गए 287 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम ने मैच के पांचवें और आखिरी दिन मंगलवार को अपने कल के स्कोर 5 विकेट पर 112 रन से आगे खेलना शुरू किया और उसकी पूरी टीम लंच से पहले 28 रन और जोड़कर 140 रन पर ढेर हो गई।
कल के नाबाद बल्लेबाज हनुमा विहारी और ऋषभ पंत ने क्रमश: 24 और 9 रन से आगे खेलना शुरू किया। भारत को पहला झटका हनुमा (28) के रूप में 119 के स्कोर पर लगा। इसके बाद पंत (30) भी टीम के 137 के स्कोर पर सातवें बल्लेबाज के रूप में आउट हो गए।
पंत के आउट होते ही अगले 3 रन के अंदर ही भारतीय टीम अपने तीन बल्लेबाजों उमेश यादव (2), ईशांत शर्मा (0) और जसप्रीत बुमराह का विकेट गंवाकर 140 रन के स्कोर पर ढेर हो गई। मोहम्मद शमी खाता खोले बिना नाबाद रहे।
चौथे दिन भारत के लिए अजिंक्य रहाणे ने 30, मुरली विजय ने 20 और कप्तान विराट कोहली ने 17 रन बनाए। बाकी बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच सके।
ऑस्ट्रेलिया के लिए मिशेल स्टार्क ने 46 रन पर 3 विकेट, नाथन लायन ने 39 रन पर 3 विकेट, जोश हेजलवुड ने 24 रन पर 2 विकेट और पैट कमिंस ने 25 रन पर 2 विकेट लिए। लायन को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। उन्होंने मैच में कुल 8 विकेट अपने नाम किए।

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ऑस्ट्रेलिया में भारतीय दिव्यांग की टूरिस्ट वीजा कैंसिल करने की घटना वायरल , बताया बोझ https://cgtehelka.in/2018/12/11/%e0%a4%91%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%a6/ Tue, 11 Dec 2018 06:45:28 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=4444 नईदिल्ली। क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जिसे हर कोई अपने परिवार के साथ मिलकर मनाना चाहता है। क्रिसमस पर मिलने वाली छुट्टियों में कई लोग फैमिली वेकेशन का भी प्लान बनाते हैं। इस खास मौके पर एक दिव्यांग भारतीय ने भी ऑस्ट्रेलिया में छुट्टियां मनाने की योजना बनाई थी, लेकिन अफसोस उसका यात्री वीजा कैंसिल कर दिया गया। भारतीय दिव्यांग शख्स के साथ हुए भेदभाव की एक घटना सोशल मीडिया के जरिए सामने आई है।
जानकारी के अनुसार, शुभाजीत सेना में ड्यूटी के दौरान घायल हो गए थे इसलिए वे व्हीलचेयर का इस्तेमाल करते हैं। क्रिसमस की छुट्टियों में उन्होंने यात्री वीजा पर दो हफ्तों के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने का प्लान बनाया। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया ने उनका वीजा कैंसिल कर दिया गया। वीजा कैंसिल करने के पीछे ऑस्ट्रेलिया ने तर्क दिया कि, शुभाजीत की वजह से उनकी स्वास्थ्य सेवा पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। भारतीय दिव्यांग शख्स के साथ हुए भेदभाव की यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
ब्रायन बेल नाम के एक शख्स ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए इस शर्मनाक घटना की जानकारी दी। उन्होंने अपने अकाउंट पर लिखा कि, ‘ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय दिव्यांग को क्रिसमस के दौरान यात्री वीजा देने से साफ मना कर दिया क्योंकि वह व्हीलचेयर का इस्तेमाल करते हैं। ऑस्ट्रेलिया के अनुसार यदि शुभाजीत छुट्टियां मनाने ऑस्ट्रेलिया जाएंगे तो इससे उनकी स्वास्थ्य सेवा पर बोझ पड़ेगा। उन्होंने आगे लिखा कि, यह एक नया उदाहरण है इसमें दिव्यांगों को बिलकुल भी ऑस्ट्रेलिया आने की इजाजत नहीं है।
बेल ने आगे बताया कि शुभाजीत के पास यात्रा बीमा भी था। वह सैन्य सेवा में लगी चोट का इलाज करवा चुके हैं और ऑस्ट्रेलिया की स्वास्थ्य सेवा का इस्तेमाल करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी। यह साफ तौर पर दिखाता है कि उन्हें वीजा न देने का निर्णय दिव्यांगो के खिलाफ होने वाले भेदभाव पर आधारित है। इस ट्वीट को शुभाजीत की पत्नी और परिवार के एक सदस्य ने भी शेयर किया है।

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भारत ने रचा इतिहास , ऑस्ट्रेलिया में पहली बार जीता पहला टेस्ट https://cgtehelka.in/2018/12/10/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%9a%e0%a4%be-%e0%a4%87%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b8-%e0%a4%91%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0/ Mon, 10 Dec 2018 06:16:53 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=4379 एडिलेड। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारतीय टीम ने 31 रनों से जीत लिया।
विराट कोहली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत पहली बार टेस्ट मैच जीता है। 15 साल के बाद अब भारतीय टीम इस मैदान पर अपनी जीत दर्ज कर पाई हैं। इसके पहले 2003 में राहुल द्रविड़ ने इस मैदान पर टीम इंडिया को 4 विकेट से जीत दिलाई थी।
उल्लेखनीय है कि कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहली बार 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है। सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 291 रनों पर समाप्त कर इस टेस्ट मैच को 31 रनों से अपने नाम कर लिया।
पहली पारी के शतकधारी चेतेश्वर पुजारा (71) और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (70) के शानदार अर्धशतकों के बाद गेंदबाजों के कसे हुए प्रदर्शन से भारत को मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट में जीत की उम्मीद दिखाई देने लगी थी।
भारत ने मैच के चौथे दिन रविवार को अपनी दूसरी पारी में 307 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 323 रन का लक्ष्य रखा, जिसका पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट खोकर 104 रन बनाए।
दूसरा टेस्ट मैच 14 दिसंबर से पर्थ में खेला जाएगा।
पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में हाफ सेंचुरी लगाने वाले चेतेश्वर पुजारा को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।
उल्लेखनीय है कि भारत ने जनवरी 2008 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट मैच जीता है। 2008 में भारत ने पर्थ मे ऑस्ट्रेलिया को 72 रनों से हराया था। वहीं ऐडिलेड में भारत ने आखिरी बार 2003 में टेस्ट मैच जीता था।
निचले क्रम के बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के लिए उम्मीद जगाए रखी। मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस की जोड़ी ने 8वें विकेट के लिए 16.3 ओवर बल्लेबाजी की और 41 रन जोड़े। स्टार्क 28 रन बनाकर जसप्रीत बुमराह की गेंद पर विकेट के पीछे पकड़े गए। इसके बाद भी भारत का इंतजार बढ़ता गया। 9वें विकेट के लिए कमिंस और नाथन लायन ने 29 रनों की भागीदारी की। आखिरी विकेट के लिए लायन ने हेजलवुड के साथ मिलकर 32 रन जोड़े। रविचंद्रन अश्विन ने हेजलवुड का विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई।
भारत ने लंच से पहले ट्रेविस हेड और शॉन मार्श को आउट करके सोमवार को जीत की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए। ऑस्ट्रेलियाई ने 323 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने लंच तक छह विकेट खोकर 186 रन बनाए थे।
लंच के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को कप्तान टिम पेन से काफी उम्मीदें थीं लेकिन वह लंच के बाद दूसरे ही ओवर जसप्रीत बुमराह की गेंद पर पुल करने के प्रयास में ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट हो गए। यह पंत का इस मैच में 10वां कैच था, जो ऋद्धिमान साहा के भारतीय रेकॉर्ड की बराबरी है। आउट होने से पहले उन्होंने सातवें विकेट के लिए उन्हें कमिंस के साथ 31 रन जोड़े।
ऑस्ट्रेलिया ने सुबह चार विकेट पर 104 रन से पारी आगे बढ़ाई लेकिन हेड और मार्श की साझेदारी केवल 7.4 ओवर तक चली। भारत ने पुरानी कूकाबुरा गेंद से जल्द ही कामयाबी हासिल कर ली।
हेड (14) सुबह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। इशांत शर्मा के सटीक बाउंसर का हेड के पास कोई जवाब नहीं था। गेंद उनके बल्ले से लगकर हवा में तैरती हुई गली में गई जहां अजिंक्य रहाणे ने उसे कैच करने में कोई गलती नहीं की। अब मार्श और पेन पर जिम्मेदारी थी। मार्श सहज होकर खेल रहे थे। उन्होंने 160 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया जो चौथी पारी में उनका पहला पचासा भी है। यह कुल मिलाकर उनका दसवां टेस्ट अर्धशतक है।
बुमराह ने भारत को मार्श का कीमती विकेट दिलाया। यह महत्वपूर्ण मोड़ 73वें ओवर में आया जब बाहर की तरफ मूव करती गेंद मार्श के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में समा गई। पंत का यह इस मैच में नौवां शिकार था और इस तरह से उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी (आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014 में मेलबर्न में नौ शिकार) की बराबरी की।
कमिंस ने पेन का इसके बाद अच्छा साथ दिया। इस बीच भारत ने भी एक डीआरएस रिव्यू गंवाया जबकि कमिंस ने बाद में इस प्रणाली का सफल उपयोग किया। भारत ने चेतेश्वर पुजारा के 16वें टेस्ट शतक की मदद से अपनी पहली पारी में 250 रन बनाए थे। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया 235 रन ही बना पाया। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 307 रन बनाए। उसके आखिरी पांच विकेट 25 रन के अंदर गिरे।

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कोहली की तरह जश्न मनाते तो दुनिया के सबसे बदतर इंसान कहलाते : लैंगर https://cgtehelka.in/2018/12/08/%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%b9-%e0%a4%9c%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%8b/ Sat, 08 Dec 2018 11:33:28 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=4316 एडिलेड। ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने कहा कि यदि उनके खिलाड़ी भारतीय कप्तान विराट कोहली की तरह विकेटों का जश्न मनाते तो उन्हें अब तक ‘दुनिया के सबसे बदतर इंसान’ करार दे दिया गया होता।
लैंगर ने भारत के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की धीमी बल्लेबाजी को लेकर सचिन तेंडुलकर के ‘रक्षात्मक मानसिकता’ वाले ट्वीट पर भी ऐतराज जताया। इससे पहले तेंडुलकर ने ट्विटर पर लिखा , ‘टीम इंडिया को इस स्थिति का पूरा फायदा उठाकर अपनी पकड़ नहीं छोड़नी चाहिए। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की अपनी धरती पर रक्षात्मक मानसिकता मैने पहले कभी नहीं देखी।’
लैंगर ने कहा , ‘सचिन ने जिन टीमों के खिलाफ खेला, उनमें एलेन बॉर्डर और डेविड बून, स्टीव और मार्क वॉ और रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ी थे। हमारे पास ऐसी टीम है जिसके पास टेस्ट क्रिकेट का ज्यादा अनुभव नहीं है।’
कोहली ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के हर विकेट का अपने अंदाज में जश्न मनाया। लैंगर ने कहा कि वह जुनून देखकर उन्हें अच्छा लगा लेकिन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ऐसा करते तो उनके बारे में अलग राय बनाई जाती।
उन्होंने कहा ,‘कोहली खेल का सुपरस्टार है और कप्तान है। हम ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में इस पर लंबी बात करते आए हैं कि विरोधी कप्तान को दबाव में रखना है। खेल में वह जुनून देखकर अच्छा लगता है।’
उन्होंने कहा, ‘यदि हम ऐसा कुछ करते तो हमें दुनिया में सबसे खराब कह दिया जाता। सीमारेखा की बात होने लगती। लेकिन मुझे जुनून देखकर अच्छा लगता है लेकिन जैसा कि मैने कहा कि एक सीमा रेखा होती है।’

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