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aayodhya – Chhattisgarh Tehelka https://cgtehelka.in News jo tahelka Macha de Thu, 06 Dec 2018 05:05:50 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 बाबरी विध्वंस की बरसी आज, कड़े सुरक्षा घेरे में जकड़ी अयोध्या https://cgtehelka.in/2018/12/06/%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%82%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%b0%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%95/ Thu, 06 Dec 2018 05:05:50 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=4160 अयोध्या में विवादित ढांचे के ध्वंस (Babri Masjid Demolition) की आज 26वीं बरसी है। इस मौके पर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं। येलो जोन क्षेत्र में सुरक्षा बैरियर लगाकर हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है और संदिग्ध लगने पर उन्हें रोककर उनकी तलाशी भी ली जा रही है। पूरी धार्मिक नगरी कड़ी सुरक्षा घेरे में जकड़ी रहेगी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में चल रहे बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि मुकदमे में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को एक बार फिर से पत्र भेजकर जान से मारने की धमकी दी गई है। इस बार पत्र भेजने वाले ने पत्र में ना सिर्फ इकबाल अंसारी को मुकदमा वापस लेने की धमकी दी है बल्कि बाबरी मस्जिद मुकदमे की वकालत कर रहे अधिवक्ता जफरयाब जिलानी के नाम का जिक्र भी इस पत्र में किया गया है।
6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित परिसर में मौजूद ढांचे को गिरा दिया था, जिसके बाद हर वर्ष दोनों समुदाय के लोग अपने-अपने तरीके से इस दिन को मनाते आ रहे हैं। अयोध्या में शांति व्यवस्था को लेकर कोई बाधा उत्पन्न न हो, इसे दृष्टिगत रखते हुए हर वर्ष सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं। उसी कड़ी में इस वर्ष भी अयोध्या में सुरक्षा के बेहद सख्त इंतजाम किए गए। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी परंपरागत रुप से कारसेवक पुरम परिसर में विवादित ढांचे की बरसी को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि यह दिन हमारे लिए विजय उत्सव के रूप में है और हर वर्ष 6 दिसंबर को हम शौर्य दिवस मनाते रहे हैं।
इस वर्ष भी परंपरागत आयोजन के तहत कारसेवक पुरम प्रांगण में शौर्य दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष व मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास महाराज करेंगे। इसके अलावा अयोध्या के शीर्ष संत और विहिप व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में शरीक होंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से एक बार फिर से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का संकल्प दोहराया जाएगा। आयोजनों की कड़ी में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुस्लिम समुदाय विवादित ढांचे के ढांचे के ध्वंस की बरसी पर यौमे गम और काला दिवस के रूप में मनाएंगे। बाबरी मस्जिद मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी के आवास पर मुस्लिम समुदाय के लोग जुटेंगे।
अयोध्या में होने वाले इन दो परंपरागत आयोजनों के अलावा जिला प्रशासन ने किसी भी अन्य आयोजन को अनुमति नहीं दी है। जिले में निषेधाज्ञा लागू होने के कारण अगर कोई व्यक्ति सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसपी सिटी अनिल सिंह सिसौदिया ने बताया कि अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन संबंधी कोई समस्या नहीं होगी। सभी को अयोध्या आने और दर्शन करने की अनुमति है, लेकिन किसी भी प्रकार का गैर परंपरागत आयोजन नहीं करने दिया जाएगा।
विवादित ढांचे की 26वीं बरसी छह दिसंबर के मौके पर अयोध्या में सुरक्षा के लिहाज से छह कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएफ, चार एडिशनल एसपी, 10 डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर, 150 सब इंस्पेक्टर व 500 सिपाहियों को अयोध्या की सुरक्षा में लगा दिया गया है। यही नहीं सुरक्षा के लिहाज से घर की छतों पर भी सुरक्षा बल मुस्तैद रहेंगे। किसी भी गैर परंपरागत कार्यक्रम के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध है।

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राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण राम मंदिर निर्माण में देरी: शिवसेना https://cgtehelka.in/2018/11/26/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%87%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e0%a4%9b%e0%a4%be%e0%a4%b6%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95/ Mon, 26 Nov 2018 12:37:05 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=3764 मुंबई: शिवसेना ने सोमवार को आरोप लगाया कि ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी’ के कारण अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में देरी हो रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेस के कंधों पर बंदूक रख कर मुद्दे को लेकर ‘राजनीतिक नौटंकी’ करनी बंद करनी चाहिए। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी के ‘56 इंच का सीना’ संबंधी टिप्पणी के लिए उन्हें आड़े हाथ लेते हुए शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस में राम मंदिर बनाने का साहस नहीं था, इसलिए उसे सत्ता से बाहर कर दिया गया और ‘56 इंच का सीना’ रखने वाले एक व्यक्ति को प्रशासन की चाभी दी गई।
कांग्रेस के खिलाफ आरोप लगाना मोदी को करना चाहिए बंद
पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में कहा गया है, ‘‘इसके बावजूद अगर आप कांग्रेस को पानी, भूमि और वायु में देख रहे हैं तो एक बार फिर लोगों को आपके सीने की नाप लेनी होगी। अगर राम लगातार ‘वनवास’ में रहेंगे तब आप अपनी राजनीतिक ‘नौटंकी’ बंद करें।’’ 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान का मुकाबला करने के लिए ‘56 इंच का सीना’ चाहिए। कांग्रेस पर अदालत की प्रक्रिया में अवरोध उत्पन्न करने के प्रधानमंत्री के आरोप पर शिवसेना ने कहा, ‘‘मोदी को गांधी परिवार और कांग्रेस के खिलाफ आरोप लगाना बंद करना चाहिए। इस तरह की रुकावटें तथा मुसीबतों का पहाड़ा पढऩे के लिए आपको सत्ता नहीं सौंपी गई है।
‘सामना’ में कहा गया कि राम मंदिर में कांग्रेस और उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की ओर से रुकावटें थीं इसीलिए तो लोगों ने उन्हें सत्ता से बेदखल कर भाजपा को सत्ता में लाया इसलिए अब कांग्रेस पर ठीकरा फोडऩा बंद करें।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘कांग्रेस के विरोध के बावजूद क्या नोटबंदी नहीं हुई? कांग्रेस की ओर से रुकावट के बावजूद क्या जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) के साथ आपने सरकार नहीं बनाई? तब राम मंदिर के निर्माण में अवरोध क्यों?’’ भाजपा के दावों का विरोध करते हुए शिवसेना ने दावा किया कांग्रेस नहीं, बल्कि मंदिर के निर्माण में ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी’ सबसे बड़ा अवरोध है। शिवसेना केंद्र और राज्य में भाजपा की सहयोगी है।

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आयोध्या में राममंदिर को लेकर गरमाया माहौल , कई हिन्दू संगठन आंदोलन के लिए पहुंचे https://cgtehelka.in/2018/11/24/%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b2/ Sat, 24 Nov 2018 07:23:44 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=3653 अयोध्या। अयोध्या इस समय उत्साह और उमंग के साथ ही संशय के दौर से भी गुजर रही है। प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए शुरू हुए आंदोलन ने विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयं संघ, शिवसेना और हिंदू संगठनों के साथ ही आमजन का भी उत्साह बढ़ा दिया है लेकिन 26 वर्ष पहले छह दिसंबर को ढांचा ध्वंस के बाद उत्पन्न हुए हालात को याद कर लोग सहमे भी हैं।
विश्व हिंदू परिषद ने रविवार को बड़े भक्त माल की बगिया में विराट धर्मसभा का आयोजन किया है। इसमें तीन लाख से ज्यादा लोगों के जुटने का दावा है। इसके पहले शनिवार को लक्ष्मण किला में शिवसेना 1100 संतों को सम्मानित करने जा रही है। मकसद एक होने के बावजूद विहिप और शिवसेना के बीच मतभेद हैं।
पखवाड़े के भीतर ही छह दिसंबर आने वाला है। 1992 में इसी तारीख को अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के लिए वैसी ही भीड़ जुटी थी, जैसी विहिप ने बुलाई है। तब ढांचा ध्वंस हुआ था लेकिन उसके बाद लंबे समय तक अयोध्या ने दिक्कतों का सामना किया। यहां के निवासी राम शब्द कहते हैं कि भीड़ पर किसी का नियंत्रण नहीं होता, इसलिए कब क्या हो जाए, कहा नहीं जा सकता। लोग अभी से सब्जी, दाल, और रोजमर्रा की चीजों से घर भरने लगे हैं।
हालांकि सरकार ने सुरक्षा के चौकस इंतजाम किए हैं और कहीं कोई घटना न हो, इसके लिए अफसरों की जवाबदेही तय की गई है। शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के मेले का समापन था। इस बार आने वाले श्रद्धालु भी थोड़ा कम आए। अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार की दोपहर को ही अयोध्या की सड़कों पर आवागमन सुचारू रूप से चलने लगा। पहले कार्तिक पूर्णिमा के दिन अयोध्या से गुजर पाना आसान नहीं होता था। यह पुलिस की चौकसी का ही नतीजा है पर, राम मंदिर निर्माण के लिए छटपटाहट भी खूब है।
लक्ष्मण किला के करीब लाल कोठी के पास रहने वाली चारुशिला सहचरी कहती हैं कि राम मंदिर बनना चाहिए। अब देर न हो। वह कहती हैं कि प्रभु श्रीराम कुछ ना होने देंगे।

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अयोध्या में दीपोत्सव: सीएम योगी आज कर सकते हैं राम प्रतिमा का ऐलान https://cgtehelka.in/2018/11/06/%e0%a4%85%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b8%e0%a4%b5-%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%8f/ Tue, 06 Nov 2018 04:47:44 +0000 https://chhattisgarhtimes.in/?p=2733 अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान श्रीराम की कांसे की प्रतिमा लगाने की घोषणा कर सकते हैं। ये प्रतिमा 201 मीटर की बननी है। वहीं कार्यक्रम के दौरान क्वीन हो मेमोरियल का शिलान्यास भी होगा। सोमवार देर शाम कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक लखनऊ पहुंच गई।
मुख्यमंत्री के साथ सुक अयोध्या मंगलवार दोपहर दो बजे तक सड़क मार्ग से पहुंचेंगी। अयोध्या की दीवाली के सजीव प्रसारण (लाइव कवरेज) के लिए अलग से वेबसाइट (deepotsav.co.in) बनाई गई है। क्वीन हो मेमोरियल का शिलान्यास भी इस कार्यक्रम में होगा।
सोमवार देर शाम अयोध्या में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों ने ‘राम की पैड़ी’ पर लगे दीयों की गिनती शुरू कर दी है। इस बार राज्य सरकार तीन लाख दीए जला कर वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की तैयारी में है। इससे पहले 1.5 लाख दीए जलाने का रिकार्ड गिनीज बुक में दर्ज है। इस बार का आकर्षण वॉटर शो है। पिछली बार अयोध्या में लेज़र शो के माध्यम से रामकथा दर्शाई गई थी। इस बार वॉटर प्रोजेक्शन शो के माध्यम से इसे दिखाया जाएगा। इसके बाद इंडोनेशिया, रूस, टोबैगो, त्रिनिदाद, श्रीराम भारतीय कला केंद्र की टीमें रामलीला का मंचन करेंगी।
भगवान राम की प्रतिमा 151 मीटर ऊंची होगी और इसके नीचे 50 मीटर का पेडेस्टल बनाया जाएगा। इसका मुंह उत्तर पूर्व की तरफ होगा। पहले इसका मुंह अयोध्या की तरफ होना तय किया गया था लेकिन ज्योतिष के मुताबिक इसे उत्तर पूर्व की तरफ करके लगाना तय किया गया है। राम कथा पार्क में इसे लगाया जा सकता है। प्रतिमा के ठीक नीचे पौराणिक कथाओं पर आधारित म्यूजियम होगा। पहले 151 मीटर ऊंची प्रतिमा बननी थी और इसकी कीमत 800 करोड़ रुपये आंकी गई थी लेकिन अब विशेषज्ञों के मुताबिक इसमें लगभग 3000 करोड़ रुपये लग सकते हैं।

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दुनिया की कोई ताकत राम मंदिर बनाने से नहीं रोक सकती: गिरिराज सिंह https://cgtehelka.in/2018/11/04/%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%88-%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%a4-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a6/ Sun, 04 Nov 2018 07:49:26 +0000 http://chhattisgarhtimes.in/?p=2595 केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि दुनिया की कोई ताकत राम मंदिर का निर्माण होने से नहीं रोक सकती है। उन्होंने आगे कहा कि आतंकियों के लिए आधी रात को कोर्ट खोल दिये जाते हैं लेकिन मंदिर का फैसला नहीं आने से जनता में काफी गुस्सा है। सरकार और कोर्ट को मिलकर इस मसले को सुलझाना होगा। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि मंदिर मुद्दे को लेकर किस मुंह से जनता के सामने कांग्रेस जाएगी।
गौरतलब है कि इससे पहले भी अयोध्या में राम मंदिर को लेकर देशभर में चल रही बहस के बीच गिरिराज सिंह ने बयान दिया था कि अब राम मंदिर मामले को लेकर हिंदुओं का सब्र टूट रहा है, मुझे भय की हंदुओं का सब्र टूटा तो क्या होगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा। वहीं सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि, दिसंबर तक फैसला आ जाना चाहिए। अगर अब फैसला आने में देर हुआ तो कुछ करना होगा।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर सुनवाई को जनवरी तक टाल दिया है। अब जनवरी में सुुनवाई की तारीख तय की जाएगी। कोर्ट आज अयोध्या की राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि को तीन भागों में बांटने वाले 2010 के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति संजय किशन कौल एवं न्यायमूर्ति के एम जोसफ की पीठ इस मामले में दायर अपीलों पर सुनवाई की।
अयोध्या विवाद आज का नहीं बल्कि यह करीब साढ़े चार सौ साल से भी ज्यादा पुराना मामला है। राम मंदिर और बा‍बरी मस्जिद को लेकर दो समुदायों के बीच यह विवाद 1528 से ही चला आ रहा है। यहां पर कई बार इन दोनों पक्षों के बीच व‍िवाद हुआ। इस व‍िवाद ने सबसे ज्याादा उग्र रूप तब धारण किया जब 6 दिसंबर 1992 में हजारों की संख्या में कार सेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद ढहा दिया था। इस घटना के बाद सांप्रदायिक दंगे हुए। मस्जिद की तोड़-फोड़ की जांच के लिए एम.एस. लिब्रहान आयोग का गठन हुआ।

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अयोध्या में बनेगी 151 मीटर ऊंची श्रीराम की मूर्ति https://cgtehelka.in/2018/11/03/%e0%a4%85%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a5%80-151-%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%8a%e0%a4%82/ Sat, 03 Nov 2018 10:34:03 +0000 http://chhattisgarhtimes.in/?p=2542 अयोध्या में प्रस्तावित भगवान राम की प्रतिमा धार्मिक नगरी को निःसंदेह नई पहचान दिलाएगी। 151 मीटर ऊंची धातु निर्मित भगवान राम की प्रतिमा और उसके निकटवर्ती क्षेत्र के विकास पर लगभग आठ सौ करोड़ रुपये खर्च का आकलन किया गया है। यह आकलन राजकीय निर्माण निगम का है, जिसे राम की प्रतिमा स्थापना का कार्य सौंपा गया है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार भगवान राम की प्रतिमा के ऊपर मंदिरनुमा छतरी लगाने की तैयारी है। साथ ही प्रतिमा के अभिषेक एवं माल्यार्पण के लिए उसके बाहर से मंदिर के लुक की कैप्सूलनुमा व्यवस्था की जानी है। प्रतिमा के लिए करीब 50 मीटर लंबा-चौड़ा प्लेटफार्म होगा। इसमें देश-विदेश की रामकथा का अंकन अयोध्या आने वाले पर्यटकों के लिए होगा।
फोरलेन ओवरब्रिज से रेलवे ओवरब्रिज के बीच का क्षेत्र प्रतिमा लगाने के लए चयनित किया गया है, जो करीब 20 हेक्टेयर होगा। पार्क के तौर पर विकसित किए जाने के लिए इसमें आने वाली किसानों की जमीन का मुआवजा दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार भगवान राम की प्रतिमा के लिए फिलहाल यही खाका अब तक खींचा गया है। इस तरह की डिजाइन तैयार करवाने के लिए आर्किटेक्ट के नाम पर अभी सीएम की मुहर लगनी है।
योगी सरकार ने राम की पैड़ी की रीमॉडलिग परियोजना को हरी झंडी दे दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिलान्यास कराने की सिचाई विभाग की तैयारी अंतिम चरण में है। 29 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री से कराया जाना है।
दीपोत्सव के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को छह नवंबर को अयोध्या आना है। कार्तिक मेला के बाद रीमॉडलिग परियोजना पर कार्य शुरू होगा। इसमें राम की पैड़ी की क्षमता 40 क्यूसेक से बढ़ाकर 240 क्यूसेक की जानी है। सरयू नदी से पानी लिफ्ट करने की क्षमता बढ़ जाने से हरि की पैड़ी की तर्ज पर राम की पैड़ी में अविरल प्रवाह बनाए रखने का दावा सिचाई विभाग के इंजीनियर करते हैं।

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