आज मुंबई में महायुति विधायकों से मिलेंगे PM मोदी, बोले डिप्टी CM शिंदे- हमारी जिम्मेदारी बढ़ी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने मुंबई दौरे के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली महायुति सरकार के विधायकों से मुलाकात करेंगे. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी आज मुंबई आ रहे हैं और महायुति विधायकों का मार्गदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि लोगों ने हमें भारी जनादेश दिया है, इसलिए, हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ गई है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि मंगलवार को हमारी एक बैठक हुई और हमने अपनी पार्टी के संगठन और आगामी स्थानीय निकाय चुनावों पर भी चर्चा की. बैठक के समापन के बाद शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी ने लगातार हमारी सरकार का समर्थन किया है और यही कारण है कि हमारी सरकार ने पिछले ढाई वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है और यही कारण है कि लोगों ने हमें इतनी बड़ी जीत दी है.
पीएम मोदी आज नौसेना डॉकयार्ड में तीन नौसैनिक युद्धपोत आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरि और आईएनएस वाघशीर को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए मुंबई में होंगे. पीएमओ की एक आधिकारिक प्रेस रिलीज के अनुसार, तीन प्रमुख नौसैनिक युद्धपोत का शामिल होना डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग और समुद्री सुरक्षा में ग्लोबल नेता बनने के भारत के अप्रोच को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग है.
वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो
प्रेस रिलीज में कहा गया है कि आईएनएस नीलगिरि, पी17ए स्टील्थ फ्रिगेट प्रोजेक्ट का पहला जहाज है, जिसे भारतीय नौसेना के बैटल शिप डिजाइन ब्यूरो द्वारा डिजाइन किया गया है और इसमें स्वदेशी फ्रिगेट की अगली पीढ़ी को दर्शाते हुए बढ़ी हुई उत्तरजीविता, समुद्री रखरखाव और गोपनीयता के लिए उन्नत विशेषताएं शामिल हैं. आईएनएस सूरत, पी15बी गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर प्रोजेक्ट का चौथा और अंतिम जहाज, दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सोफिस्टिकेटेड विध्वंसक जहाजों में से एक है. इसमें 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री है और यह अत्याधुनिक हथियार-सेंसर पैकेज और एडवांस नेटवर्क केंद्रित क्षमताओं से लैस है.
फ्रांस के नौसेना समूह का सहयोग
पी75 स्कॉर्पीन परियोजना की छठी और अंतिम पनडुब्बी, आईएनएस वाघशीर, पनडुब्बी निर्माण में भारत की बढ़ती विशेषज्ञता का प्रतिनिधित्व करती है और इसका निर्माण फ्रांस के नौसेना समूह के सहयोग से किया गया है. पीएम मोदी नवी मुंबई के खारघर में इस्कॉन परियोजना, श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर का उद्घाटन करेंगे. नौ एकड़ में फैली इस परियोजना में कई देवताओं के साथ एक मंदिर, एक वैदिक शिक्षा केंद्र, प्रस्तावित संग्रहालय और सभागार, उपचार केंद्र और अन्य शामिल हैं. प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इसका उद्देश्य वैदिक शिक्षाओं के माध्यम से सार्वभौमिक भाईचारे, शांति और सद्भाव को बढ़ावा देना है.