एक पुलिस वाले ने दूसरे को ऐसा क्या कहा कि थाने में चल गए जूते…

ग्वालियर- शहर के बीचोंबीच स्थित इंदरगंज थाने में एक बार फिर पुलिसकर्मियों के बीच जमकर जूतम-पैजार हुई। थाने में तैनात एचसीएम योगेंद्र जाट ने सिपाही पवन सेंगर की पत्नी को लेकर टिप्पणी की। फिर विवाद हुआ और थाने के अंदर ही सिपाही पवन सेंगर ने जूता योगेंद्र को मारा।
दोनों के बीच थाने के अंदर मारपीट हो गई। थाने के अंदर मौजूद स्टाफ ने हस्तक्षेप कर दोनों को अलग किया। पता लगा है कि उस समय सिपाही पवन सेंगर शराब के नशे में था। यह मामला वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में भी है।
पत्नी से अलग रह रहा है जवान
- सिपाही पवन सेंगर सुबह थाने में ड्यूटी पर आया था। रात 10 बजे ड्यूटी के बाद वह थाने से घर खाना खाने के लिए जा रहा था। इस समय थाने के अंदर एचसीएम योगेंद्र जाट था।
- एचसीएम से खाना खाने के लिए जाने की बात कही तो उसने कहा कि रात में चेकिंग पर जाना है। पवन सेंगर का कहना था- वह सुबह से ड्यूटी पर आया है, इसलिए चेकिंग पर जाने में असमर्थ है। इसी बात पर बहस हुई।
- कुछ देर बाद पवन सेंगर शराब पीकर आ गया। दोनों के बीच दोबारा बहस हुई। पवन की पत्नी के अलग रहने को लेकर योगेंद्र जाट ने अमर्यादित टिप्पणी की। इसके बाद पवन ने जूता उतारकर योगेंद्र को दे मारा।
- फिर दोनों के बीच झगड़ा और बढ़ गया। थाने में जमकर हंगामा हुआ। रात में ही थाना प्रभारी ने पवन सेंगर का मेडिकल कराया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। हालांकि अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
एचसीएम के खिलाफ स्टाफ ने की थी शिकायत
एचसीएम योगेंद्र जाट के बारे में बताया गया है कि वह 2021 से थाने में एचसीएम है। स्टाफ द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत सीएसपी इंदरगंज अशोक सिंह जादौन से की गई। सीएसपी ने योगेंद्र को एचसीएम के पद से हटा दिया था। करीब तीन माह पहले दोबारा टीआई धर्मेंद्र कुशवाह ने योगेंद्र को एचसीएम बना दिया।
सट्टे को लेकर चार माह पहले थाने में चले थे जूते
चार माह पहले इसी थाने में सट्टे को लेकर रट्टा हुआ था। दरोगा अतर सिंह कुशवाह और आरक्षकों के बीच झगड़ा हुआ था। दरोगा ने पुलिसकर्मियों को मारने के लिए मंदिर में लगा त्रिशूल निकाल लिया था। इस मामले में तत्कालीन डीजीपी सुधीर सक्सेना ने संज्ञान लिया था। तीनों को 500 किलोमीटर से दूर स्थानांतरित किया गया था।