शातिर गिरोह का भंडाफोड़, क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े दो बदमाश; पूछताछ में उगले बड़े राज

नई दिल्ली- उत्तर-पूर्वी दिल्ली के इलाके में अवैध हथियारों की आपूर्ति करने वाले गिरोह का क्राइम ब्रांच की टीम ने भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान सीलमपुर निवासी नदीम और फजील के रूप में हुई है। उनके कब्जे से तीन पिस्टल, चार मैगजीन और 24 कारतूस बरामद किए हैं।
इससे पहले 18 सितंबर को ने आरोपितों समीर अहमद और साहिल को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से दो अवैध पिस्टल और दो अतिरिक्त मैगजीन बरामद की थी। दोनों ने पूछताछ में बताया था कि उन्होंने अवैध हथियार नदीम और फजील से खरीदे थे। तभी से क्राइम ब्रांच हथियार आपूर्ति करने वाले मुख्य स्रोत का पता लगा रही थी।
कई इलाकों में की छापेमारी
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि चार नवंबर को इंस्पेक्टर उमेश सती की देखरेख में एसआइ जगसीर सिंह, एसआइ राहुल, एएसआइ योगेंद्र और हेड कांस्टेबल सुशील की टीम सीलमपुर के लिए रवाना हुई और ब्रह्मपुरी, सीलमपुर के इलाके में छापेमारी की।
इस दौरान मामले में बरामद अवैध हथियारों के स्रोत नदीम और फजील को गिरफ्तार किया गया और उनकी निशानदेही पर तीन पिस्टल, चार मैगजीन और 24 कारतूस बरामद किए गए।
दोनों ने पूछताछ में उगला सच
पूछताछ में दोनों ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और बताया कि वे दिल्ली के जाफराबाद के राशिद नामक व्यक्ति से ये अवैध हथियार खरीदते थे। पूछताछ में उन्होंने आगे बताया कि वह पिछले 6 महीने से अवैध हथियार सप्लाई करने में शामिल हैं।
हत्या के मामले में भगोड़ा हल्द्वानी से गिरफ्तार
दिल्ली के इंद्रपुरी थाना में हत्या के मामले में वांछित भगोड़ा घोषित बदमाश को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान इंदरपुरी निवासी विक्रम के रूप में हुई है जो वर्ष 2022 से फरार था। उसे उत्तराखंड के हल्द्वानी से गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच की टीम ने बताया…
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त सतीश कुमार ने बताया कि 25 अप्रैल 2022 को विक्रम ने साथियों के साथ मिलकर इंद्रपुरी के परवेश की मामूली कहासुनी पर चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।
पुलिस ने पांच संदिग्ध को किया है गिरफ्तार
इस मामले में इंदरपुरी में रिपोर्ट दर्ज की गई और स्थानीय पुलिस ने पांच संदिग्ध को गिरफ्तार किया और मास्टरमाइंड आरोपित विक्रम 2022 से फरार था। आरोपित को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम का गठन किया गया।