पानीपुरी खाने से गांव में 30 लोग बीमार, फूड पॉइजनिंग से मची अफरा-तफरी

मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के रट्टा गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब गांव के बच्चे अचानक बीमार होने लगे. बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी. आनन फानन में पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया गया. बताया जा रहा है कि सभी लोगों ने गांव में 23 जनवरी की शाम को पानी पुरी का सेवन किया था. जहां रात भर उनका स्वास्थ ठीक था, लेकिन सुबह से लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. उन्हें उल्टी दस्त जैसे लक्षण दिखाई देने लगे.
तबीयत बिगड़ने के बाद स्वास्थ विभाग को सूचना दी गई जिसके बाद सभी को एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल भेजा गया. जहां धीरे-धीरे लगभग 25 से 30 लोगों के बीमार होने का आंकड़ा सामने आया. जिनमें 17 बच्चे, 05 पुरूष और 03 महिलायें शामिल है. चार बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. जिन्हें पीआईसीयू में भर्ती किया गया है. बाकी अन्य लोगों के स्वास्थ्य को मेडिकल स्टाफ मोनिटर कर रहा है.
मरीजों के साथ अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक व्यक्ति करीब एक हफ्ते से पानीपुरी का ठेला लगा रहा था. जिसके पास गांव के लोग पानी पुरी खाने जाते थे. 23 जनवरी की देर शाम भी गांव के काफी लोगों ने पानी पुरी खाई थी. अगले ही दिन यानी 24 जनवरी को सुबह करीब 08 बजे से गांव के लोग बीमार पड़ने लगे. 25 लोगों के बीमार होने का आंकडा सामने आया. 10 और लोगों के बीमार पड़ने की सूचना गांव से मिली. इस घटना के सामने आने के बाद स्वास्थ विभाग की टीम भी हरकत में आई है और मेडिकल टीम ने गांव जाकर लोगों के स्वास्थ्य का हाल जाना.
रट्टा गांव के उपसरपंच जितेंद्र राणा ने बताया कि सभी लोग रट्टा के रहने वाले हैं. इन्होंने कल पानी पुरी का सेवन किया था और आज अचानक सभी को उल्टी-दस्त की शिकायतें शुरू हो गईं. जिसके बाद सभी को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. गांव के ही एक व्यक्ति ने पानी पुरी का ठेला लगाना शुरू किया था. जिसके पास से ही इन सभी ने पानी पुरी खाई थी.
जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन निलय जैन ने कहा कि ग्राम रट्टा के ग्रामीण व बच्चे फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए हैं. जहां बीमार लोगों के द्वारा पानी पुरी खाने की बाते सामने आई है. दो दर्जन से अधिक बच्चों और ग्रामीणों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है और उनका उपचार किया जा रहा है. सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत है.